▪️ तेलंगाना मंग समाज द्वारा रवींद्रभारती में भव्य समारोह
▪️ लाहूजी साळवे की तेलुगु पुस्तक और गीत का विमोचन
▪️ जयंती को ‘राष्ट्रीय स्वतंत्र संकल्प दिवस’ के रूप में मनाने की मांग
▪️ भारत के स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखने वाले महान क्रांतिकारी
▪️ प्रमुख अतिथियों ने साळवे के योगदान को सराहा
हैदराबाद: प्रसिद्ध सामाजिक सुधारक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और महान क्रांतिकारी ‘क्रांतिगुरु’ लाहूजी रघोजी साळवे की 231वीं जयंती रवींद्रभारती में बड़े ही भव्य स्तर पर मनाई गई। यह कार्यक्रम तेलंगाना मंग समाज के राज्य अध्यक्ष गायकवाड़ तुलसीदास मंग के नेतृत्व में, तेलंगाना भाषा एवं संस्कृति विभाग तथा तेलंगाना साहित्य अकादमी के सहयोग से आयोजित किया गया। इस वर्ष जयंती को ‘राष्ट्रीय स्वतंत्र संकल्प दिवस’ के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम में उस्मानिया आर्ट्स कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर सी. कासिम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। विशेष अतिथियों में तेलंगाना भाषा एवं संस्कृति विभाग के निदेशक डॉ. ए. नरसिंहा रेड्डी, तेलंगाना साहित्य अकादमी के सचिव डॉ. एन. बालचारी, के. महेश्वर राज (अध्यक्ष, कॉन्फेड–सोमो तेलंगाना), वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक जंगीती वेंकटेश, तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल थे। सभी अतिथियों ने लाहूजी साळवे को ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष का मार्ग दिखाने वाले प्रथम क्रांतिगुरु के रूप में याद किया।
डॉ. बी.आर. अम्बेडकर तेलंगाना सचिवालय संघ के महासचिव जे. प्रेम, बीटीएफ राज्य अध्यक्ष एन. यादागिरि, पीपुल्स एजुकेशन ट्रस्ट के चेयरमैन बालकृष्ण, जी. विट्टल (वाणिज्य कर विभाग), हाईकोर्ट अधिवक्ता आनंद राव समेत कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
गायकवाड़ तुलसीदास मंग द्वारा तेलुगु में अनुवादित पुस्तक ‘क्रांतिपिता गुरुवर्य लाहूजी साळवे’ का विमोचन मुख्य अतिथियों द्वारा किया गया। प्रो. सी. कासिम ने तुलसीदास मंग के इस ऐतिहासिक प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि एक महान विभूति के जीवन और संघर्ष को तेलुगु में जनता तक पहुँचाना अत्यंत प्रशंसनीय कार्य है। इस अवसर पर अतिथियों ने तुलसीदास मंग को लेखक के रूप में सम्मानित भी किया।
वरिष्ठ पत्रकार जंगीती वेंकटेश द्वारा लिखित लाहूजी पर आधारित गीत के सीडी और वीडियो का भी विमोचन किया गया।

वक्ताओं ने कहा कि लाहूजी साळवे ने महात्मा फुले के सामाजिक एवं शैक्षिक आंदोलनों को मजबूत समर्थन दिया और समाज कल्याण के लिए अविवाहित रहकर अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने मांग की कि लाहूजी साळवे की जीवन कथा को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए।
मंग समाज ने यह भी जोर देकर कहा कि लाहूजी साळवे ने भारत की स्वतंत्रता का संकल्प सबसे पहले जगाया और हजारों स्वतंत्रता सेनानियों को प्रशिक्षित कर भारत के स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखी। इसलिए सरकार उनकी जयंती को आधिकारिक रूप से ‘राष्ट्रीय स्वतंत्र संकल्प दिवस’ घोषित करे।
इस समारोह में गायकवाड़ कार्तिक्षा और गायकवाड़ रितीषा द्वारा प्रस्तुत नृत्य एवं लाहूजी की महानता को उजागर करते हुए दिए गए भाषणों ने उपस्थित अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में मंग समाज के राज्य महासचिव कांबले शंकर मंग, उपाध्यक्ष गाय कांबले गोविंद मंग, संयुक्त सचिव गायकवाड़ चंद्रशेखर मंग, हैदराबाद समिति के अध्यक्ष कांबले सुधाकर मंग, आदिलाबाद समिति के अध्यक्ष गाड़ेकर परशुराम मंग, एन. रमाकांत मंग, तेलंगाना सचिवालय के अधिकारी–कर्मचारी, विभिन्न संगठनों के नेता, विद्यार्थी, महिलाएँ तथा विभिन्न जिलों से आए मंग समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
